Pradhan Mantri Bharatiya Janaushadhi Pariyojana नमस्कार दोस्तों आज के इस पोस्ट में आप सब का स्वागत है जिसमे आज हम बात करने वाले हैं। के बारे में जानने वाले है। जिसमे हम आपको प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना से जुडी सम्पूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
जैसे, प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना में ऑनलाइन आवेदन कैसे करें, पात्रता क्या हैं, इसका लाभ कौन ले सकता, उदेश्य, आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज कौन कौन से है सभी प्रकार की जानकारी देने वाले है।
अगर आप भी इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करना होगा आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको आवेदन कैसे करें निचे सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है। अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट के अंत तक जुड़े रहे और विस्तार से पूरा पढ़िए।
प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना क्या है ?
भारत में स्वास्थ्य सेवाओं की बढ़ती लागत और दवाओं की महंगाई एक गंभीर चुनौती है। इसे देखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP) शुरू की, जिसका उद्देश्य आम नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं किफायती दामों पर उपलब्ध कराना है। Pradhan Mantri Bharatiya Janaushadhi Pariyojana
इस योजना की शुरुआत 2008 में हुई, लेकिन 2015 में इसे पुनर्गठित करके “जनऔषधि” नाम दिया गया। इसके तहत जनऔषधि केंद्रों के माध्यम से 50-90% तक सस्ती दवाएं दी जाती हैं। आइए, इस योजना के हर पहलू को विस्तार से समझें।
PMBJP के उद्देश्य
प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत निम्लिखित उद्देश्य दिए गए जो निचे इस प्रदान से दिए गए हैं।
- गरीब और मध्यम वर्ग को स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ बनाना।
- जेनेरिक दवाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
- नकली दवाओं पर अंकुश लगाना।
- मेक इन इंडिया को बढ़ावा देते हुए घरेलू फार्मा उद्योग को मजबूती।
पीएमबीजेपी के लाभ
प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत सरकार ने इस योजना को शुरू करने के निम्नलिखित लाभ दिए गए है, जो इस प्रकार है। Pradhan Mantri Bharatiya Janaushadhi Pariyojana
- जेनेरिक दवाओं की कीमतें ब्रांडेड दवाओं के मुकाबले 50-90% कम।
- सभी दवाएं भारतीय फार्माकोपिया (IP) मानकों के अनुरूप।
- देशभर में 9,000+ जनऔषधि केंद्र (मार्च 2023 तक)।
- 1,759 प्रकार की दवाएं और 280 सर्जिकल आइटम।
- 2016 से अब तक नागरिकों को लगभग 20,000 करोड़ रुपये की बचत।
पात्रता
- आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक हो।
- न्यूनतम 10वीं पास (अनुशंसित: फार्मेसी/मेडिकल बैकग्राउंड)।
- दुकान का क्षेत्रफल कम से कम 120 वर्ग फुट और अस्पताल/मार्केट के नजदीक।
- एनजीओ, महिला उद्यमी, ग्रामीण/दूरदराज के इलाकों के आवेदक।
जरुरी दस्तावेज
प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना का लाभ लेने के लिए आपको जरुरी दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ सकती है जो निचे दिए गए है।
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- दुकान का पट्टा
- स्वामित्व प्रमाण
- शैक्षणिक प्रमाणपत्र
- अनुभव प्रमाणपत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नबंर
- अन्य दस्तावेज
जनऔषधि केंद खोलने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया
अगर आप भी जनऔषधि केंद खोलना चाहते है तो ऑनलाइन प्रक्रिया निचे स्टेप बाय स्टेप दी गई है जिसको फॉलो कर के आप आसानी से खोल सकते है। Pradhan Mantri Bharatiya Janaushadhi Pariyojana
- सबसे आपको आपको इस योजना की अधिकारी वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आपको “Apply for New Store” पर क्लिक करके मोबाइल नंबर और ईमेल से रजिस्टर करें।
- फॉर्म भरें: व्यक्तिगत जानकारी, दुकान का स्थान, और अन्य विवरण दर्ज करें।
- आवेदन फॉर्म में सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- इसके बाद BPPI (Bureau of Pharma PSUs of India) टीम द्वारा सत्यापन करवाएं।
- अब अनुमति मिलने पर दुकान खोल सकते है।
- BPPI द्वारा प्रबंधन और दवा ज्ञान पर प्रशिक्षण।
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Conclusion
दोस्तों हम आशा करते हैं इस आर्टिकल मे दी गयी Pradhan Mantri Bharatiya Janaushadhi Pariyojana के बारे में जानकारी आप सभी के लिए हेल्पफुल रही होगी और यदि आपका फिर भी कोई इस लेख से सम्बंधित सवाल है तो उसे कमेंट बॉक्स मे जरुर लिखे हम आपकी मदद के लिए तैयार है। धन्यवाद
प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना ने स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने का सराहनीय प्रयास किया है। इसके तहत 2025 तक 10,000+ केंद्र स्थापित करने का लक्ष्य है। यह योजना न केवल आर्थिक बोझ कम करती है, बल्कि देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी एक मजबूत कदम है। अगली बार जब भी दवा की जरूरत हो, नजदीकी जनऔषधि केंद्र जरूर देखें।
प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (FAQs)
उत्तर – PMBJP भारत सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयाँ उपलब्ध कराना है। यह दवाइयाँ “प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र” (PMBJK) के माध्यम से बेची जाती हैं।
उत्तर – PMBJP की शुरुआत 2008 में “जनऔषधि योजना” के रूप में हुई थी, जिसे 2015 में पुनः संशोधित करके “प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना” नाम दिया गया।
उत्तर – जनऔषधि केंद्र ऐसे मेडिकल स्टोर हैं, जहाँ पर PMBJP के तहत सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयाँ बेची जाती हैं।
उत्तर – जनऔषधि दवाइयाँ बिना किसी ब्रांडिंग और भारी मार्केटिंग खर्च के बनाई जाती हैं, जिससे इनकी कीमत ब्रांडेड दवाइयों की तुलना में 50-90% तक कम होती है।
उत्तर – हाँ, जनऔषधि दवाइयाँ भारतीय औषधि मानक (BIS) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO-GMP) मानकों के अनुसार प्रमाणित होती हैं।