CG Godhan Nyay Yojana : गोधन न्याय योजना क्या हैं जाने सम्पूर्ण जानकारी।

CG Godhan Nyay Yojana नमस्कार दोस्तों आज के इस पोस्ट में आप सब का स्वागत है जिसमे आज हम बात करने वाले हैं। के बारे में जानने वाले है।

जिसमे हम आपको सीजी गोधन न्याय योजना से जुडी सम्पूर्ण जानकारी देने वाले हैं। जैसे, सीजी गोधन न्याय योजना में ऑनलाइन आवेदन कैसे करें, पात्रता क्या हैं, इसका लाभ कौन ले सकता, उदेश्य, आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज कौन कौन से है सभी प्रकार की जानकारी देने वाले है। CG Godhan Nyay Yojana

अगर आप भी इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको सीजी गोधन न्याय योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करना होगा आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको आवेदन कैसे करें निचे सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है। अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट के अंत तक जुड़े रहे और विस्तार से पूरा पढ़िए।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना क्या हैं

छत्तीसगढ़, जिसे “धान का कटोरा” कहा जाता है, एक कृषि प्रधान राज्य है। यहाँ की 70% से अधिक आबादी कृषि और पशुपालन पर निर्भर है। ऐसे में, राज्य सरकार ने जुलाई 2020 में गोधन न्याय योजना की शुरुआत की, जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देनाप।

शुपालकों को आर्थिक सहायता प्रदान करना और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। यह योजना गोबर को एक संसाधन के रूप में उपयोग करने की अवधारणा पर आधारित है, जिससे किसानों को अतिरिक्त आय मिलती है और जैविक खेती को प्रोत्साहन मिलता है। CG Godhan Nyay Yojana

CG गोधन न्याय योजना के उद्देश्य

CG Godhan Nyay Yojana के तहत निम्लिखित उद्देश्य दिए गए जो निचे इस प्रदान से दिए गए हैं।

  •  गोबर की खरीदी कर किसानों और पशुपालकों को सीधा लाभ पहुँचाना।
  • गोबर से वर्मीकम्पोस्ट तैयार करके रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करना।
  • गौवंश के पालन को आर्थिक रूप से व्यवहार्य बनाकर उनके परित्याग को रोकना।
  •  स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को गोबर प्रसंस्करण से जोड़कर उन्हें आय स्रोत उपलब्ध कराना।
  • कार्बन उत्सर्जन कम करने और मृदा स्वास्थ्य सुधारने में योगदान।

सीजीजीएनवाई के लाभ

गोधन न्याय योजना के तहत सरकार ने इस योजना को शुरू करने के निम्नलिखित लाभ दिए गए है, जो इस प्रकार है।

  •  सरकार गोबर की खरीदी ₹3 प्रति किलोग्राम (2023 तक बढ़ी हुई दर) पर करती है। प्रत्येक पशुपालक प्रतिदिन अधिकतम 2 क्विंटल गोबर बेच सकता है।
  •  खरीदे गए गोबर को SHGs द्वारा वर्मीकम्पोस्ट में बदला जाता है, जिसे ₹10 प्रति किलोग्राम पर बेचा जाता है।
  •  किसानों को गोबर बेचने से प्रतिमाह ₹3,000-6,000 तक अतिरिक्त आय।
  •  SHGs को प्रति क्विंटल गोबर प्रसंस्करण के लिए ₹200 प्रोत्साहन राशि।
  • 1 क्विंटल गोबर से तैयार खाद 1 एकड़ भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाती है।

पात्रता

गोधन न्याय योजना के तहत लाभ लेने के लिए आपको  निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होगा तभी आप इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते है।

  •  आवेदक छत्तीसगढ़ का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • गाय, बैल या भैंस पालने वाले किसान/पशुपालक।
  • पंजीकृत SHGs, गौशालाएँ या कृषि समितियाँ।
  • एक परिवार अधिकतम 2 क्विंटल प्रतिदिन बेच सकता है।
  • आवेदक परिवार के लिए गरीबी रेखा से निचे वर्ग में आना चाहिए।

जरुरी दस्तावेज

CG Godhan Nyay Yojana के तहत आवेदन करने के लिए आपको जरुरी दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ सकती है जो निचे दिए गए है।

  • आधार कार्ड।
  • निवास प्रमाण पत्र।
  • बैंक खाता विवरण।
  • पशु स्वामित्व प्रमाण।
  • SHG सदस्यता प्रमाण।
  • राशन कार्ड।
  • बीपीएल कार्ड।
  • समग्र आईडी।
  • पासपोट साइज फोटो।
  • मोबाइल नंबर।
  • अन्य दस्तावेज।

आवेदन प्रक्रिया

गोधन न्याय योजना के तहत आवेदन करने के लिए आपको निचे स्टेप बाय स्टेप आवेदन प्रक्रिया दी गई हैं जिसको फॉलो कर के आप इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।

  • सबसे पहले आपको CG गोधन न्याय योजना की अधिकारी वेबसाइट पर जाना होगा।
  • इसके बाद मोबाइल नंबर और आधार से नया Account बनाएँ।
  • अब Application Form में मांगी गई व्यक्तिगत विवरण, पशुओं की संख्या और गोबर की मात्रा भरें।
  • इसके बाद सभी आवश्यक Document Upload करें ।
  • अब आपको Submit के बटन पर क्लिक कर देना होगा।
  • सत्यापन: ग्राम पंचायत/विभागीय अधिकारी द्वारा स्थानीय जाँच की जायगी।
  • फिर इसके बाद स्वीकृति के 15 दिनों के भीतर बैंक खाते में राशि प्राप्त होगी।

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Conclusion

दोस्तों हम आशा करते हैं इस आर्टिकल मे दी गयी CG Godhan Nyay Yojana के बारे में  जानकारी आप सभी के लिए हेल्पफुल रही होगी और यदि आपका फिर भी कोई इस लेख से सम्बंधित सवाल है तो उसे कमेंट बॉक्स मे जरुर लिखे हम आपकी मदद के लिए तैयार है। धन्यवाद

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना न केवल किसानों की आय दोगुनी करने के सपने को साकार कर रही है, बल्कि यह एक सतत विकास मॉडल प्रस्तुत करती है। गोबर जैसे “अनुपयोगी” संसाधन को आर्थिक और पर्यावरणीय संपदा में बदलने की इस पहल से अन्य राज्य भी प्रेरणा ले सकते हैं। यह योजना साबित करती है कि स्थानीय संसाधनों का समझदारी से उपयोग करके ग्रामीण भारत की तस्वीर बदली जा सकती है।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना(FAQs)

प्रश्न – गोधन न्याय योजना क्या है?

उत्तर – गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है, जिसके तहत राज्य के गौठानों में 2 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से गोबर की खरीद की जाती है। इस योजना का उद्देश्य पशुपालकों की आय में वृद्धि करना, जैविक खेती को बढ़ावा देना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना है।

प्रश्न – इस योजना के लाभार्थी कौन हैं? 

उत्तर – इस योजना के लाभार्थी राज्य के पशुपालक, किसान, भूमिहीन ग्रामीण और महिला स्वयं सहायता समूह हैं। गोबर विक्रय से प्राप्त आय से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।

प्रश्न – गोबर की खरीद की दर क्या है?

 उत्तर – सरकार पशुपालकों से 2 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से गोबर खरीदती है।

प्रश्न – गोबर से उत्पादित सामग्री कौन सी हैं? 

उत्तर – गोबर से वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट प्लस, गो-कास्ट, दीया, अगरबत्ती, मूर्तियाँ आदि उत्पाद तैयार किए जाते हैं।

प्रश्न – योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है? 

उत्तर – इस योजना का उद्देश्य पशुपालकों की आय में वृद्धि, जैविक खेती को प्रोत्साहन, ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन और पर्यावरण संरक्षण है।

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