कृषि उन्नति योजना क्या है। ऑनलाइन आवेदन कैसे करें जाने पूरी जानकारी।

कृषि उन्नति योजना क्या हैं ?

कृषि उन्नति योजना की शुरुआत वर्ष 2016-17 में केंद्र सरकार द्वारा की गई थी। यह एक समग्र कार्यक्रम है, जिसके तहत कृषि से जुड़ी कई उप-योजनाएं चलाई जाती हैं।

जैसे:परंपरागत कृषि विकास योजना (PKVY) – जैविक खेती को बढ़ावा।मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना – मिट्टी की गुणवत्ता का विश्लेषण।राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) – राज्यों को कृषि नवाचार के लिए फंड।

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) – सिंचाई सुविधाओं का विस्तार।भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि का योगदान अहम है। यह 58% से अधिक आबादी को रोजगार देती है।

और सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग 20% हिस्सेदारी रखती है। लेकिन जलवायु परिवर्तन, मिट्टी की घटती उर्वरता, और पारंपरिक तकनीकों की सीमाओं के कारण किसानों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। Krshi Unnati yojana

इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने कृषि उन्नति योजना (Krishi Unnati Yojana) शुरू की है, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र को आधुनिक, टिकाऊ और लाभकारी बनाना है। आइए, इस योजना के हर पहलू को समझें।

इस योजना का मुख्य लक्ष्य है: “किसानों की आय दोगुनी करना, पर्यावरण अनुकूल खेती को प्रोत्साहित करना और कृषि उत्पादकता बढ़ाना।

कृषि उन्नति योजना की मुख्य विशेषता एंव लाभ

इसके तहत किसानों को रासायनिक खादों के बजाय जैविक तरीकों से खेती करने के लिए प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता दी जाती है। उदाहरण के लिए, सिक्किम ने 2016 में खुद को भारत का पहला “100% जैविक राज्य” घोषित किया, जहां PKVY के माध्यम से 75,000 हेक्टेयर भूमि पर जैविक खेती शुरू हुई।

यह कार्ड किसानों को उनकी जमीन की पोषक तत्वों की स्थिति बताता है। 2015 से अब तक 22 करोड़ से अधिक कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। इससे उर्वरकों का सही उपयोग हो रहा है और लागत 10-15% तक कम हुई है।

देश के 50% खेत अभी भी वर्षा पर निर्भर हैं। PMKSY के तहत ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई को सब्सिडी दी जाती है। राजस्थान के जैसलमेर में इससे 40% पानी की बचत हुई है।

धान और गेहूं की एकल फसल प्रणाली से हटकर, किसानों को दलहन, तिलहन और बागवानी फसलें उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। पंजाब में इससे किसानों की आय में 25% वृद्धि दर्ज की गई।

 कृषि उन्नति योजना का उद्देश्य

का मुख्य उद्देश्य भारत में कृषि क्षेत्र को विकसित करना और किसानों की आय को बढ़ाना है। इस योजना के तहत आधुनिक कृषि तकनीकों को बढ़ावा दिया जाता है, जिससे उत्पादन क्षमता में वृद्धि हो सके। इसके अन्य प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  •  उन्नत बीज, जैविक खेती, और स्मार्ट कृषि उपकरणों को अपनाने को प्रोत्साहित करना।
  •  फसलों की बेहतर पैदावार और विपणन के लिए सहायता प्रदान करना।
  • जल संरक्षण और आधुनिक सिंचाई तकनीकों को बढ़ावा देना।
  • मृदा परीक्षण, उर्वरकों का संतुलित उपयोग और भूमि की उर्वरता बनाए रखना।
  • किसानों को प्रशिक्षण देकर नई कृषि तकनीकों से अवगत कराना।
  • वैकल्पिक कृषि जैसे बागवानी, मत्स्य पालन और पशुपालन को सहायता प्रदान करना।
  •  कृषि उत्पादन में वृद्धि कर देश में खाद्य सुरक्षा को सुदृढ़ बनाना।

पात्रता

अगर आप Krshi Unnati yojana के तहत ऑनलाइन आवेदन करना कहते है तो आपको पहले इस योजना से जुडी पात्रता पूरी करनी होगी तभी आप इसका लाभ प्राप्त कर सकते है जिसकी निम्नलिखित पात्रता है।

  • भारत के छोटे, सीमांत, और बड़े किसान इस योजना के लिए पात्र हैं।
  •  वे सहकारी समितियाँ और संगठन जो किसानों को तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं।
  •  कृषि से जुड़े स्वयं सहायता समूह भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
  •  जो किसान कृषि से जुड़े नए स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं, वे भी पात्र हो सकते हैं।
  •  विशेष रूप से महिलाओं और युवा किसानों को इस योजना के तहत प्राथमिकता दी जाती है।
  •  लाभ प्राप्त करने के लिए किसान को सरकारी पोर्टल या कृषि विभाग में पंजीकरण कराना आवश्यक है।
  •  कुछ योजनाओं के लिए किसानों के पास अपनी भूमि का स्वामित्व होना जरूरी हो सकता है, जबकि कुछ योजनाओं में पट्टे पर खेती करने वाले किसान भी पात्र होते हैं।

 जरुरी दस्तावेज

Krshi Unnati yojana के तहत ऑनलाइन आवेदन करने के लिए कुछ जरुरी दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ सकती है जो निचे दिए गए हैं।

  • आधार कार्ड
  • आय प्रमाण पत्र
  • जाति प्रमाण पत्र
  • भूमि प्रमाण पत्र
  • राशन कार्ड
  • जंमीन से संबधित पट्टे
  • मोबाईल नंबर
  • बैंक पासबुक
  • पासपोट साइज फोटो
  • अन्य दस्तावेज

आवेदन प्रक्रिया

अगर आप देश के एक गरीब किसान है और आप इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते है तो आपको निचे स्टेप बाय स्टेप  आवेदन प्रक्रिया दी गई है जिसको फॉलो कर के आप आसानी से आवेदन कर सकते है।

  • आधिकारिक कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं (जैसे, PM-Kisan या राज्य सरकार की कृषि वेबसाइट)।
  • नई आवेदन करें” या “रजिस्ट्रेशन” विकल्प पर क्लिक करें।
  • आधार कार्ड नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करें और ओटीपी (OTP) से सत्यापन करें।
  • आवश्यक विवरण भरें (जैसे, नाम, पता, बैंक खाता, भूमि की जानकारी)।
  • आवश्यक दस्तावेज (PDF या JPG फॉर्मेट में) अपलोड करें।
  • आवेदन जमा करें और रसीद डाउनलोड करें।

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Conclusion

दोस्तों हम आशा करते हैं इस आर्टिकल मे दी गयी Krshi Unnati yojana के बारे में  जानकारी आप सभी के लिए हेल्पफुल रही होगी और यदि आपका फिर भी कोई इस लेख से सम्बंधित सवाल है तो उसे कमेंट बॉक्स मे जरुर लिखे हम आपकी मदद के लिए तैयार है। धन्यवाद

कृषि उन्नति योजना ने भारत की खेती को आधुनिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जैविक खेती, मिट्टी का स्वास्थ्य, और सिंचाई जैसे पहलुओं पर ध्यान देकर यह योजना न केवल उत्पादन बढ़ा रही है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण भी सुनिश्चित कर रही है।

हालांकि, सरकार को ग्रामीण स्तर पर जागरूकता अभियान तेज करने, फंडिंग प्रक्रिया सुधारने, और जलवायु अनुकूल तकनीकों पर शोध को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। अगर ये कदम उठाए जाते हैं, तो भारत की कृषि न सिर्फ आत्मनिर्भर बनेगी, बल्कि दुनिया के लिए एक मॉडल भी बन सकती है।

कृषि उन्नति योजना (FAQs)

 प्रश्न – कृषि उन्नति योजना क्या है?

उत्तर – कृषि उन्नति योजना एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि करना, कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देना और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करना है। इस योजना के तहत, किसानों को विभिन्न प्रकार की सहायता और लाभ प्रदान किए जाते हैं।

प्रश्न – योजना का उद्देश्य क्या है?

उत्तर – इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि करना, कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देना और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करना है। इसके माध्यम से, सरकार किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करके उनकी आजीविका में सुधार करना चाहती है।

प्रश्न – योजना के तहत कितनी वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है?

उत्तर – कृषक उन्नति योजना के तहत, सरकार द्वारा प्रति एकड़ में से 21 क्विंटल धान की खरीद की जाती है, और धान की दर 3,100 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित की गई है। इस प्रकार, प्रति एकड़ किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

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